COVID Vaccine ke Nuksan 2024

Covid vaccine ke nuksan 2024

अब कोविड वैक्सीन के नुकसान बहुत सारे दिखाई दे रहे हैं | covid vaccine को बनाने वाली कंपनी AstraZeneca एक चौंकाने वाली जानकारी दी गई है ब्रिटेन के एक कोड में उन्होंने बताया है कि जैसे कि इंडिया में covid नाम की एक वैक्सीन लगती है COVID-19 उसके बारे में बताया गया है कि उसके नकारात्मक व्यवहार भी हो सकते हैं बहुत ज्यादा गंभीर भी हो सकते हैं तो आज इसी ब्लॉग में हम सब कुछ आपको बताने वाले हैं इस ब्लॉक को अच्छी तरह से नीचे पढ़िएगा कभी आपको समझ में आएगा कि covid vaccine ke क्या नुकसान है |इसमें हम 4 Topic Cover कर रहे है
  • COVID Vaccine related news
  • Covid vaccine का मामला क्या है
  • COVID Vaccine से कौनसी बीमारी हो सकती है
  • Conclusion

COVID Vaccine related news :-

ब्रिटिश फरमा कंपनी AstraZeneca ने स्वीकार किया है कि जो उसकी covid vaccine है उसके दुष्परिणाम हो सकते हैं उसके नकारात्मक परिणाम भी हो सकते हैं इस कंपनी ने स्वीकार किया है कि जो हमारी covid vaccine है उसमे रेयर side effect हो सकते है ऐसा कंपनी ने कहा है | इस कंपनी ने एक ब्रिटेन की अदालत में कहा है कि covid एक ऐसे इस्थिथि पैसा कर सकती है जिसमे रक्त के थक्के जम सकते है और इसमें प्लेट्स काउंट कम हो सकती है

Covid vaccine का मामला क्या है ?

आप लोगों को मालूम होगा की पूरी दुनिया में crona virus एक बीमारी निकली हुई थी उसे टाइम पर बहुत सारी फार्मा कंपनियों ने अपनी दवाई बनाई उसमें से एक कंपनी जिसका नाम AstraZeneca कंपनी था उसने ने ऑक्सफोर्ट यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर इस बीमारी की दवा बनाई उसका नाम पहले रखा गया था 'AZD1222' था फिर यह दावा बहुत सारे देशों में पहुंचाई गई और और पहुंचने के बाद उसका नाम रख दिया गया covid वैक्सीन हमारे इंडिया में भी जो वैक्सीन लगी है उसे सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कंपनी ने manufacture किया है सिर्फ इस कंपनी ने विकसित नहीं की है दवाई को उसी का नाम covid वैक्सीन रखा गया और पूरी india में यही covid वैक्सीन ही लगी है इस वैक्सीन को लेकर ब्रिटेन में बहुत सारे मुकदमा दर्ज किए गए और बहुत सारे सवाल पूछे गए हैं

Covid vaccine ka वकीलों द्वारा तर्क :-

ब्रिटेन के वकीलों ने कहा है कि जो AstraZeneca ऑक्सवर्ड इंस्टीट्यूट के साथ मिलकर जो दवाई बनाई गई है वह दोसपुड है और इसकी पावर को बढ़ा चढ़ा कर बताया गया है कंपनी के द्वारा | यह जो वैक्सीन इतना इफेक्टिव नहीं थी जितना ट्रायल्स में और document में और जो database पेस किए गए थे लेकिन ब्रिटेन की कंपनी ने यह दावा किया था जरूर के प्रभावशाली है
ब्रिटेन में covid वैक्सीन को लेकर 51 से ज्यादा केस दर्ज हुए हैं जो पीड़ित है उन्होंने यह दावा किया है कि वैक्सीन लगाने के बाद नकारात्मक प्रभाव देखना पड़ा पीड़ित और पीड़ित के रिश्तेदारों ने इस कंपनी के ऊपर 100 मिलियन पाउंड का भुगतान करने के लिए कोर्ट में कहा गया कंपनी को लेकिन कंपनी ने यह सब दावो का विरोध कर दिया
एस्ट्रोजन कंपनी ने फरवरी में 2024 में उसने कानूनी दस्तावे जो में स्वीकार किया कि कुछ रेयर केस में दुष्परिणाम हो सकते है for example लाखों में दो-चार लोगों को हो सकता है |

COVID Vaccine से कौनसी बीमारी हो सकती है ?

COVID Vaccine लगाने के बाद TTS नाम की बीमारी हो सकती है TTS का full form =थ्रोमबो सायितोपेनिया थ्रंबोसीस सिंटम |
थ्रोमबो सायितोपेनिया में प्लेट्स कम हो जाती है |
थ्रंबोसीस मे रक्त के थक्के जम जाते है |
Basically इसमें रक्त के थक्के शरीर के अलग अलग हिस्सों में जैसे दीमक या पेट में जमे दिखाई देते है AstraZeneca कंपनी के वैक्सीन और TTS बीमारी के बीच मे बहोत ज्यादा दुष्परिणाम और संबंध देखने मिला है जवानों में TTS की बीमारी ज्यादा देखने मिला है

TTS के लक्षण :-

सिरदर्द जो किसी भी दावा से सही नही होता है , धुंधली दृष्टी (कम दिखाई देना), भ्रम के दौरे, कमजोरी, सास लेने में तकलीफ हो सकती है, सीने में दर्द, गंभीर पेट दर्द और पैर में सूजन हो सकती है
इसके अलावा ये लक्षण आप तौर पर AstraZeneca कंपनी को covishield दावा लेने के 4 से 42 दिनों के बीच देखने मिल सकते है |

Conclusion:-

  • जिन लोगों ने covid वैक्सीन ले लिया है तो डरने की बात नहीं है क्योंकि ऐसे लक्षण सिर्फ और सिर्फ ब्रिटेन में देखने मिले हैं इंडिया में अभी तक देखने नहीं मिले हैं तो आगे चलकर हो सकता है कि देखने मिल जाए लेकिन इसके पहले ही कुछ ना कुछ दवाई बना ली जाएगी क्योंकि ब्रिटेन को देखने के बाद वहां के जो पीड़ित लोगों को शिकायत हो रही है उसकी जांच वगैरह करके कुछ ना कुछ दावा बना ही ली जाएगी जब तक तो इंडिया में यह रोग आने के पहले ही पहले दावा बन जायेगी
  • जब से यह कोविशील्ड वैक्सीन के नुकसान के बारे में न्यूज़ में देखा है तब से इंडियन लोग बहुत ही डरे हुए हैं
  • मैंने आपको बता दिया है कि चार और 42 दिनों के अंदर-अंदर होता है तो घबराने की कोई जरूरत नहीं है ठीक है और जो कमजोर इंसान होता है उसमें ज्यादातर होने की संभावना है तो जो कमजोर लोग हैं वह ताकत बने ताकत बढ़ाए तब इस बीमारी से बच सकते हैं








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